Fascination About shiv chalisa in hindi
Fascination About shiv chalisa in hindi
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धूप दीप नैवेद्य चढ़ावे। शंकर सम्मुख पाठ सुनावे॥
शिव को भस्म क्यों चढ़ाई जाती है, जानिए यहां भस्म आरती के राज
करत सदा शत्रुन क्षयकारी ॥ नन्दि गणेश सोहै तहँ कैसे ।
कार्तिक श्याम और गणराऊ। या छवि को कहि जात न काऊ॥
मैना मातु की हवे दुलारी। बाम अंग सोहत छवि न्यारी॥
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जो यह पाठ करे मन लाई। ता पार होत है शम्भु सहाई॥
दानिन महँ तुम सम कोउ नाहीं। सेवक स्तुति करत सदाहीं॥
तुरत more info षडानन आप पठायउ। लवनिमेष महँ मारि गिरायउ॥
संकट से मोहि आन उबारो ॥ मात-पिता भ्राता सब होई ।
अंग गौर शिर गंग बहाये। मुण्डमाल तन छार लगाये॥
ब्रह्म – कुल – वल्लभं, सुलभ मति दुर्लभं, विकट – वेषं, विभुं, shiv chalisa in hindi वेदपारं ।
श्री गणेश गिरिजा सुवन, मंगल मूल सुजान।
येहि अवसर मोहि आन उबारो ॥ लै त्रिशूल शत्रुन को मारो ।